आपकी Success Diary
Friends, यदि आप AKC के regular reader हैं तो शायद आपने कुछ एक लेख में मेरी डायरी के बारे में पढ़ा होगा . आज मैं इसी के बारे में आपको बताऊंगा .
मैं अपनी इस diary को कहता हूँ …. “My Success Diary” ….यह नाम इसलिए क्योंकि इस diary का और Success पाने के लिए मेरे efforts का सीधा सम्बन्ध है . मैं अपनी life में जो कुछ भी करना चाहता हूँ , जिस तरह से करना चाहता हूँ , जिस समय करना चाहता हूँ वो सब इसमें लिखा हुआ है ….और ऐसा नहीं है कि मैंने एक बार यह सब लिखा और इसे आलमारी में सजा कर रख दिया ….मैं लगभग हर दूसरे दिन इसमें अपनी thoughts, अपनी intentions और अपनी progress लिखता हूँ .मैं इसमें सिर्फ ये नहीं लिखता कि मुझे क्या पाना है ; मुझे जो पाना है उसे already पाया हुआ मान कर अपनी feelings लिखता हूँ , अपनी ख़ुशी को व्यक्त करता हूँ .
जब कभी मैं पिछले पन्नो को पलटकर देखता हूँ तो मुझे भी अचरज होता है कि मैंने अपने सपनो को लेकर ऐसी कई बातें लिखी थी जो आगे चलकर शब्दश: सच हुईं हैं . इनमे से ज्यादातर AchchiKhabar.Com को लेकर हैं , और कुछ मेरी job और मेरी wife Padmaja के सपनो को लेकर भी . For example: मैंने आज डायरी उठा कर देखी तो बहुत पहले diary में एक line लिखी थी कि , “Pam has got a job in VLCC and we are enjoying her success” और 22-06-11 को उसके पास हकीकत में वो job थी . इसी तरह जबसे मैंने AKC की शुरआत की है तभी से इस diary में लिखता हूँ कि “AKC has become the world’s most read Hindi Blog and it is getting 1 lac page views per day.” और सच-मुच आज AKC दुनिया का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला हिंदी ब्लॉग बन गया है …हालांकि अभी per day 23-24k page views ही होते हैं …but I am sure कि 1 lac का लक्ष्य भी एक दिन पूरा हो जायेगा .
क्या होता है जब आप diary लिखते हैं ?
1) अपने goals को लेकर आपकी खुद की clarity बढती है . Written goals Unwritten goals से कहीं जयादा powerful होते हैं .
2) आप जाने अनजाने को अपने favour में इस्तेमाल करते हैं . बार -बार एक ही चीज को achieve करते हुए imagine करने से उसके हकीकत बनने के chances कहीं अधिक बढ़ जाते हैं.
3) अपने goal को लेकर आपका focus बना रहता है और ऐसे लक्ष्य जिसे subconscious mind शुरू में नहीं accept कर पाता धीरे -धीरे उसमे यकीन करने लगता है .
किसे बनानी चाहिए Success Diary?
हर उस व्यक्ति को जिसने अपने लिए कोई लक्ष्य बना रखा हो . Engineer, Doctor, IAS officer,Fashion Designer,Actor etc बनने का goal संजोने वाले students को , अपना business start करने का सपना देखने वाले individuals को , अपने काम को नयी बुलंदियों तक पहुचाने का सपना देखने वाले कर्मवीरों को .इसके आलावा यदि आपकी अपनी fitness, health, personal relationships से सम्बंधित goals हैं तो भी आप Success Diary बना सकते हैं.
और यदि आपका अभी तक कोई लक्ष्य नहीं है तो कृपया यह लेख पढ़ें : “
कब लिखें Success Diary?
इसका कोई time fix नहीं है . जब आपको मौका मिले तब लिखिए . मैं ज्यादातर ये काम office के खाली समय में करता हूँ . कब लिखना है , कहाँ लिखना है , कितना लिखना है ….ये मायने नहीं रखता .जो मायने रखता है वो है लिखना …यकीन जानिये आप अपने goals को achieve करने के बारे में जितना अधिक सोचते-लिखते हैं उतना उसके करीब पहुचते हैं .
और हाँ, अगर आप हाथ से नहीं लिखना चाहते हैं तो Word File को भी as a Success Diary बना सकते हैं.
क्या Success Diary (SD) लिखना सफलता की guaranty है ?
नहीं , ज़रूरी नहीं है कि diary लिख कर भी आप 100% अपने goal को achieve कर ही पाएं …पर इतना ज़रूर है कि आपके सफल होने के chances बढ़ जायेंगे . Definitely बहुत कुछ आपके actions पर depend करेगा , और जब आप SD लिखेंगे तो ये आपको उस दिशा में steps लेने के लिए प्रेरित करेगी , इस तरह आपकी success rate बढ़ जाएगी .
यह भी ध्यान दें कि आप SD को basically Long term goals के लिए use करें , ऐसे goals जिन्हें achieve करने के लिए आपके पास कम से कम 2-4 महीने का time हो . यदि कल आपका test है और आज आप उसमे highest marks पाने के बारे में लिखते हैं तो इसका कोई ख़ास मतलब नहीं है …वहीँ आप 6 महीने बाद होने वाले exam में top करने के बारे में लिखना शुरू करते हैं तो यह ज़रूर काम करेगा .
SD लिखने में क्या challenges आ सकते हैं ?
सबसे बड़ा challenge इसमें believe करने का है . चूँकि बचपन से आपने इस तरह goals को लिखकर उसे achieve करने के बारे में नहीं सुना या practice किया इसलिए आप doubt कर सकते हैं कि ये काम करेगा भी या नहीं ? पर मेरा विश्वास कीजिये ये काम करेगा . मैं ऐसे लोग जो इस लेख को पढ़ रहे हैं और उन्होंने भी इस technique से कोई लक्ष्य प्राप्त किया हो उनसे request करूँगा कि अपने कमेंट्स से अपना अनुभव हमें बताएं.
दूसरा challenge हो सकता है कि आप इसे लिखने की शुरआत जोर -शोर से करें और फिर कुछ दिन बाद ये आपके mind space से गायब ही हो जाए . आपको intentionally इसे लिखना है …..may be कुछ gaps आ जाएं …हो सकता है एक -आध हफ्ते आप इसे बिलकुल भूल ही जाएं …पर हर बार आपको इसे फिर से लिखना शुरू करना होगा , तभी आपको इसका result मिल पायेगा .
एक और challenge आ सकता है कि SD में लिखें क्या ? इसका सीधा अर्थ ये होगा कि आप अपने goals को लेकर clear नहीं हैं , इसलिए पहले अपने goals बनाएं , जल्दबाजी में नहीं सोच -समझकर बनाएं .
Success Diary (SD) Vs Personal Diary (PD)
Friends, आपने personal diary के बारे में ज़रूर सुना होगा , और हो सकता है कि आपने PD बनायीं भी हो . पर SD और PD में बहुत अंतर है . PD में आप अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी और घटनाक्रम के बारे में लिखते हैं , वो किसी एक चीज को लेकर नहीं होती ,…उसमे आप कुछ भी कहीं से उठाकर लिख सकते हैं ….पर SD का दायरा बहुत छोटा है . वह आपके goals को achieve करने के लिए है …आपको success दिलाने के लिए है . इसलिए अपनी SD को PD से mix मत करिए . हाँ , यदि आप PD लिखने के habitual हैं तो उसे जारी रखिये मगर SD के लिए एक नयी diary बनाइये और उसमे रेगुलरली लिखिए .
मैं इस बात में यकीन नहीं रखता कि नियम से हर रोज़ diary में लिखना ही लिखना है ..ऐसा करने से एक बेकार का pressure feel होता है , इसलिए मुझे जब मन होता है तब मैं अपनी SD में लिखता हूँ , on an average three times a week.
आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आप किसी copy,loose pages के bundle,etc को SD का नाम ना दें . बेहतर होगा कि आप कोई नयी diary खरीदें या घर में रखी किसी fresh diary को use करें . आखिर इसमें आपके सफलता की गाथा लिखी जानी है , वो भी आप ही के हाथों …इसे अच्छा तो होना ही चाहिए .
All the best for “Your Success Diary”!